- एनसीआर में डब्लूएस-4 श्रेणी में पहुंचा वायु प्रदूषण, कंस्ट्रक्शन पर रोक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनसीआर क्षेत्र में जहां एक तरफ लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिसको लेकर एनजीटी (राष्टÑीय हरित अधिकरण) के अंतर्गत पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए अग्रिम आदेश तक प्रदूषण विभाग द्वारा निर्माण कार्यो पर रोक लगा दी गई। एनजीटी की रोक के बाद भी नगर निगम क्षेत्र में निर्माण कार्य धड़ल्ले से चल रहे हैं। समूचे एनसीआर में प्रदूषण की समस्या बढ़ने पर कंट्रक्शन पर पूरी तरह से अग्रिम आदेशों तक प्रदूषण विभाग की तरफ से रोक लगा दी गई है।
जिसमें भवन के अंदर फर्नीचर का कार्य एवं रंगाई पुताई के साथ पेंट आदि के लिए अनुमति दी गई है। एनजीटी की गाइड लाइन को ताक पर रखते हुए नगर निगम के द्वारा विभिन्न सड़कों का निर्माण जारी रखा हुआ है। इतना ही नहीं शास्त्रीनगर स्थित नई सड़क के खसरा संख्या-6041 पर करीब 50 करोड़ की लागत से बनने वाले नए कार्यालय का निर्माण जारी है। नगर निगम क्षेत्र में सड़कों की मशीन द्वारा जो साफ-सफाई कराई जा रही है, जिस कारण भारी धूल उठती है।
शहर का वातावरण लगातार प्रदूषित होता जा रहा है। नगर निगम के द्वारा निर्माण कार्यों को बंद नहीं किया गया। प्रदूषण विभाग द्वारा कंस्ट्रक्शन पर रोक लगाने की जो बात कही गई है, वह केवल रिकार्ड का कारम पूरा करने के लिए हो सकती है। बागपत रोड आम्बेडकर धर्मशाला मुल्तान नगर गली के लोगों द्वारा बस्ती के बीच में जो गेंद व चप्पल बनाने की रबर फैक्ट्री संचालित हो रही है।
उसके संचालन पर रोक लगाने की मांग की गई। लेकिन शिकायत के बाद प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से मामले की गेंद नगर निगम के पाले में डाल दी गई। जबकि निगम के द्वारा मामला प्रदूषण से जुड़ा होने को लेकर प्रदूषण बोर्ड का बताकर लोगों को टरकाया जा रहा है। बुधवार को निगम के अधिकारियों ने मौके पर जांच करने की बात कही थी, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंच सका।
शास्त्रीनगर स्थित खसरा संख्या-6041 पर जो निर्माण कार्य चल रहा है। वह नियमानुसार चल रहा है। निर्माण सामग्री को तिरपाल आदि से ढककर किया जा रहा है, ताकि धूल आदि से किसी को परेशानी न हो।
-देवेंद्र यादव, मुख्य निर्माण अधिशासी अभियंता नगर निगममुल्तान नगर क्षेत्र में जो फैक्ट्री के संचालन से वायु प्रदूषण फैलने की शिकायत लोगों द्वारा की गई वह आवासीय क्षेत्र में आती है। उस पर निगम के अधिकारियों को संज्ञान लेना है। उधर, नगर निगम के नए भवन के निर्माण की जो बात बताई जा रही है, उसे दिखवाया जायेगा। कंस्ट्रक्शन पर पूरी तरह से रोक है। भवन के अंदर केवल रंगाई-पुताई व पेंट और फर्नीचर आदि का कार्य कराने की अनुमति प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा दी गई है।
-भुवन प्रताप यादव, क्षेत्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, मोदीपुरमकोल्हुओं के काले धुएं से घुटा शहर का दम
मोदीपुरम: एनजीटी द्वारा प्रदूषण की रोकथाम के लिए 28 विभागों को लगाया था। केवल प्रदूषण विभाग के अलावा कोई भी विभाग प्रदूषण की रोकथाम के लिए आगे नहीं आया है। जिसके चलते प्रदूषण का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। हालांकि प्रदूषण विभाग द्वारा कार्रवाई तो की जा रही है, लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गई है।
मेरठ जनपद और बागपत जनपद में कोल्हू पर लगातार भयंकर प्रदूषण हो रहा है। कोल्हू के अंदर पन्नियां जलाई जा रही है, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण प्रदूषण का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। हालांकि क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी भुवन प्रकाश का कहना है कि कोल्हुओं को चिंहिंत कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
364 पर पहुंचा प्रदूषण
शहर में प्रदूषण 364 मुजफ्फरनगर में 281, गाजियाबाद में 384 दर्ज किया गया। मेरठ के जयभीमनगर में 391, गंगानगर में 309 और पल्लवपुरम में 393 दर्ज किया गया। प्रदूषण के बढ़ने से लोगों की सेहत पर भी असर पड़ने लगा है।
रात के तापमान में गिरावट
सर्दी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में तापमान में निरंतर गिरावट आ रही है। हालांकि बढ़ती ठंड के साथ धीरे-धीरे कोहरे का भी असर पड़ेगा। जो आने वाले दिनों में कोहरा परेशान करेगा। राजकीय मौसम वैधशाला पर बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 81 एवं न्यूनतम आर्द्रता 48 प्रतिशत दर्ज की गई।