- आरोपियों में दो प्रधान प्रत्याशी भी शामिल, भेजे जेल
जनवाणी संवाददाता |
इंचौली: तीसरे चरण के चुनाव के दौरान मेरठ में वोटरों को गन्ने के रस में शराब व नशीली गोलियां मिलाकर पिलाई गई थी। जिससे 10 लोगों की मौत हो गई थी। मामले अब पुलिस ने दो प्रधान प्रत्याशी समेत 12 पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही दो प्रधान प्रत्याशियों को जेल भेज दिया गया।
मामला इंचौली थाना क्षेत्र के साधारणपुर गांव में हुआ था। एसओ ने अपनी तरफ से हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। दो प्रधान प्रत्याशी को जेल भेज दिया गया है। जबकि शराब और नशीली गोलियां सप्लाई करने वाला अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
क्या था मामला
पुलिस ने मुकदमे में दर्शाया है कि दोनों प्रत्याशियों ने वोट हासिल करने के लिए कुछ लोगों को गन्ने के रस में नशीली गोलियां और शराब डालकर पिलाई थी। इस कारण मौतें हुई। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि मतदान से दो दिन पहले गत 24 अप्रैल की रात को साधारणपुर गांव में दो प्रधान पद प्रत्याशी संजय कुमार और महाराज सिंह ने शराब बाटी थी।
शराब पीने के बाद रविवार को ही बिजेंद्र और उनके बेटे दीपक की दर्दनाक मौत हो गई थी। सोमवार को नीरज पुत्र नत्थू, कपिल पुत्र विजयपाल, मनवीर पुत्र राजपाल, रकम सिंह पुत्र इकराम, बृजभूषण पुत्र हरपाल, बॉबी पुत्र शेर सिंह और सुमित पुत्र भगवत ने दम तोड़ दिया। मंगलवार को हरपाल के दूसरे बेटे जानी की मौत हो गई।
आज क्या हुआ
मंगलवार देर रात ग्रामीणों से पूछताछ के बाद इंचौली एसओ अंकित चौहान ने प्रधान पद प्रत्याशी संजय कुमार और महाराज सिंह और शराब सप्लायर अमित उर्फ बॉबी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया। इस दौरान बताया गया है कि संजय कुमार और महाराज सिंह ने मतदान से एक दिन पहले ही अपने घर पर ही दावत कर रखी थी, जिसमें बॉबी उर्फ देवेंद्र पुत्र शेर सिंह और बृजभूषण पुत्र हरपाल सिंह और अन्य को बुलाया था।
सभी ने उन्हें वोट देने से इनकार कर दिया था। इसके चलते उक्त लोगों को गन्ने के रस में नशीली गोलियां और शराब डालकर पिला दी, जिसके कारण 10 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। हालांकि मृतकों के परिजनों ने बीमारी बताकर बिना पोस्टमार्टम कराए ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया था। पुलिस ने संजय कुमार और महाराज सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि फरार चल रहे अमित उर्फ बॉबी की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।
शराब पीते ही आंखों में जलन और छाने लगा अंधेरा
ग्रामीणों ने बताया कि शराब के सेवन के बाद आंखों में जलन होने लगी, इसे पीने वाले उल्टी करने लगे। आनन-फानन में परिजन उन्हें अस्पताल लेकर दौड़े तो डॉक्टरों ने जहरीले पदार्थ का सेवन किए जाने की बात कही। साधारणपुर गांव में 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी हालत बिगड़ी, लेकिन उनकी जान बच गई। ऐसे दो ग्रामीणों ने बताया कि शराब में बेहद बदबू थी। जैसे इसमें कोई ज्वलनशील पदार्थ मिलाया गया हो। जैसे ही लोगों ने इसका सेवन किया तो उनकी आंखों में असहनीय जलन होने लगी। कुछ समय बाद उन्हें उल्टी होने लगी। परिजन अस्पतालों पर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मुंह से निकलते झाग देखकर बताया कि किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया है।
शराब से आ रही थी बदबू
शराब पीने की वजह से साधारणपुर निवासी एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ी थी, लेकिन वह अब स्वस्थ हो गए। उन्होंने बताया कि शराब में मिट्टी के तेल जैसी अजीब से बदबू आ रही थी। कुछ लोगों ने शराब को कोल्ड ड्रिंक में मिलाकर पी थी। शायद इसी शराब को पीने के बाद लोगों की हालत बिगड़ी।
जिम्मेदार अफसरों ने झाड़ा पल्ला
पुलिस प्रशासन से आबकारी विभाग के अफसर भी इस मामले में खुद को बचाने में जुटे हैं। इसलिए जहरीली शराब बांटने से लेकर सप्लाई करने वालों पर कार्रवाई करने की बजाय बीमारी से मौत होने शोर ज्यादा मचाया जा रहा है। वहीं, गांव के कुछ प्रबुद्ध लोगों ने नसीहत देना शुरू किया है कि वे नशे के चक्कर में जहरीली शराब न पीएं अन्यथा और परिवार बर्बाद हो जाएंगे।