जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने राजीव सक्सेना, संदीप त्यागी और अगस्ता वेस्टलैंड इंटरनेशनल के निदेशक जी सपोनारो सहित 11 व्यक्तियों को पूरक आरोप पत्र में आरोपी बनाया है।
इससे पहले एक विशेष अदालत में दायर अपने पूरक आरोप पत्र में सीबीआई ने 15 नाम (व्यक्तियों और कंपनियों के) लिए। सीबीआई प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री जैसे अतिविशिष्ट लोगों के आवागमन के लिये इस्तेमाल होने के उद्देश्य से खरीदे जा रहे 12 हेलीकॉप्टरों के लिए हुए 3600 करोड़ रुपए के सौदे को अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में करने में मुख्य रूप से रुपयों के लेनदेन की जांच कर रही है। हेलीकॉप्टरों के संचालन के लिए 6000 मीटर की संचालन क्षमता तय किए जाने की वजह से यह कंपनी शुरू में इस दौड़ में शामिल ही नहीं थी।
Central Bureau of Investigation (CBI) has named 11 individuals including Rajeev Saxena, Sandeep Tyagi and Director of AgustaWestland International, G Saponaro as accused in the supplementary chargesheet. pic.twitter.com/Sfa6DwRruc
— ANI (@ANI) September 21, 2020
यह पूरक आरोप-पत्र विशेष जांच दल द्वारा तत्कालीन विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के कार्यकाल में पहला आरोप-पत्र दायर करने के करीब तीन साल बाद शुक्रवार रात को दायर किया गया।
पहले आरोप-पत्र में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को घोटाले में आरोपी के तौर पर शामित किया गया था। अदालत इस मामले में सोमवार को सुनवाई करेगी।
घूस के रुपयों के लेनदेन को लेकर सीबीआई जांच के मुताबिक एस पी त्यागी के रिश्तेदार- संदीप और संजीव त्यागी- ने अपनी नई दिल्ली स्थित कंपनी नीलमाधव कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए 2009 में कोलकाता स्थित कंपनी माणिक एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया जिससे फर्जी कंपनी और फर्जी बैंक खातों के जरिये बैंकिंग माध्यमों से प्राप्त घूस की रकम को इसकी आड़ में छिपाया जा सके।