- नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभागर में प्रबंध समिति की आपातकालीन बैठक में लिया गया निर्णय
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बार एसोसिएशन की प्रबंध समिति की एक आपातकालीन बैठक गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभागार में हुई। जिसकी अध्यक्षता मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह एवं संचालन महामंत्री अजय शर्मा ने किया। बैठक में अधिवक्ता दीप्ति चौधरी की सदस्यता तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर समाप्त की गई।
मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री अजय कुमार शर्मा ने बताया कि बैठक में समाचार पत्रो में दीप्ति चौधरी द्वारा किए गए कृत्य की निंदा की गई थी। सदस्यों द्वारा दीप्ति चौधरी के आचरण के संबंध में जानकारी दी कि चौधरी ने वर्ष 2013-14 में थाना गंगानगर में शराब पीकर पुलिस अधिकारियों से दुर्व्यवहार किया। उसके बाद वर्ष 2016 में बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता आरसी शर्मा के साथ दुर्व्यवहार किया।
जिस कारण गत पांच नवंबर 2016 को दीप्ति चौधरी की सदस्यता पांच वर्ष के लिए समाप्त कर दी गई थी। परंतु दीप्ति चौधरी के माफी मांगने पर वर्ष 2018 में उसकी सदस्यता बहाल कर दी गई। इसके बाद इसी वर्ष 2018 में थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट में शराब पीकर दीप्ति चौधरी द्वारा मारपीट की गई तथा उसके बाद अधिवक्ता की ड्रेस में शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए थाना लालकुर्ती क्षेत्र में कई गाड़ियों को टक्कर मारी। जिससे कई व्यक्ति घायल हुए थे।
उसके बाद 2018-19 की प्रबंध समिति द्वारा दीप्ति चौधरी की सदस्यता समाप्त कर दी गई थी। परंतु उसके तुरंत बाद ही दीप्ति चौधरी ने एक प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर सशर्त दीप्ति चौधरी की सदस्यता बहाल कर दी गई थी। उसके बाद 18 अगस्त 2022 को दीप्ति चौधरी द्वारा अपने साथी चीनू के साथ मिलकर वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद सिंह के चेंबर में घुसकर उनकी पिटाई करते हुए वीडियो वायरल कर दी तथा उनके घर जाकर उनकी गाड़ी व उनके मकान में तोड़फोड़ की थी तथा 29 अगस्त 2022 को दीप्ति चौधरी द्वारा डा. श्वेता चौहान के साथ मारपीट करते हुए उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी थी।
जिसके बाद दीप्ति चौधरी को पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया। जिसको लेकर अधिवक्ता समाज की छवि धूमिल हो रही थी। उसके आचरण से मेरठ बार एसोसिएशन की गरिमा को भी ठेस पहुंची। जिसको देखते हुए सर्वसम्मति से दीप्ति चौधरी एडवोकेट की सदस्यता मेरठ बार एसोसिएशन से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर समाप्त कर दी गई। इसके साथ यह भी निश्चित किया कि भविष्य में यदि दीप्ति चौधरी की सदस्यता बहाल करने पर कोई विचार किया जाता है तो वह मेरठ बार एसोसिएशन की आम सभा में विचार करने के बाद ही निर्णय मान्य होगा। प्रस्ताव की एक प्रति बार काउंसिल आॅफ इंडिया वह उत्तर प्रदेश बार काउंसिल को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी गई।