Thursday, April 18, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutआॅक्सीजन पर दावे फिर हवा हवाई

आॅक्सीजन पर दावे फिर हवा हवाई

- Advertisement -
  • 12 घंटे लाइन में लगकर मिला सिर्फ टोकन, नहीं मिली आॅक्सीजन

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: दो दिन तक लाइन में लगने के बाद भी लोगों को आॅक्सीजन नहीं मिल पाई। यह हाल शहर के आॅक्सीजन प्लांटों का है। पहले दिन लोग लाइन में लगे तो कुछ को आॅक्सीजन मिली और कुछ ऐसे ही लौट गये। दूसरे दिन लोगों को टोकन मिले तो तीसरे दिन उन्हें आॅक्सीजन ही नहीं मिल पाई। उन्हें लौटा दिया गया, जिसके बाद प्लांट पर खूब हंगामा हुआ। इसके अलावा कई प्लांटों पर आम लोगों को आॅक्सीजन देने से ही मना कर दिया गया जिसे लेकर हंगामा मचा रहा।

07 41

आॅक्सीजन को लेकर चारों ओर हाहाकार मचा है। जिधर देखो लोग आॅक्सीजन सिलेंडर लेकर घूम रहे हैं कि बस कहीं से भी उन्हें आॅक्सीजन सिलेंडर मिल जाए। अस्पताल संचालकों ने मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया है कहा कि पहले आॅक्सीजन लाओ उसके बाद ही भर्ती किया जाएगा।

कहीं आॅक्सीजन की खुलेआम कालाबाजारी की जा रही है। सबकुछ हो रहा है, लेकिन आम आदमी की पहुंच से सबकुछ दूर है। यहां रिठानी स्थित कृष्णा एयर प्रोडेक्ट की बात करें तो यहां पिछले तीन दिन से लोगों को आॅक्सीजन दी जा रही थी। लोग सुबह पांच बजे आकर लाइन में लग रहे थे कि उन्हें आॅक्सीजन मिल जाए।

पहले दिन सभी को आॅक्सीजन दी गई। इस दौरान एम्बुलेंस संचालकों ने खुलकर मनमानी की। बात करें दूसरे दिन यानि बुधवार की तो यहां आॅक्सीजन को लेकर खूब हंगामा हुआ। जिसके बाद लोगों के लिये टोकन की व्यवस्था की गई।

08 37

टोकन है पर आॅक्सीजन नहीं

तीसरे दिन जब गुरु वार को टोकन लेकर गैस प्लांट पर लोग सिलेंडर लेकर पहुंचे तो उन्हें गैस देने से मना कर दिया गया। उन्हें कह दिया गया कि यहां आॅक्सीजन नहीं है। प्लांट के गेट पर एक नोटिस चस्पा कर दिया गया जिस पर लिखा था कि यहां आॅक्सीजन खत्म हो चुकि है अगर किसी को आॅक्सीजन चाहिए तो वह नोटिस पर लिखे नंबरों पर संपर्क करें। पर जब लोगों ने वह नंबर मिलाये तो वह मिले ही नहीं। कोई नंबर बंद जा रहा है तो कोई फोन ही नहीं उठा रहा।

नहीं उठा रहे फोन

शास्त्रीनगर निवासी लुकमान आॅक्सीजन प्लांट पर गैस सिलेंडर लेने पहुंचे। उन्हें दो दिन लाइन में लगने के बाद बुधवार को टोकन मिला था। जब टोकन मिला तो उसके बाद गुरुवार को वह आॅक्सीजन सिलेंडर लेने पहुंचे, लेकिन यहां उन्हें मना कर दिया गया और कहा गया कि यहां आॅक्सीजन खत्म हो चुकि है। यही हाल जागृति विहार निवासी अमित का है उन्हें भी सिर्फ टोकन मिला आॅक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पाया। इसे लेकर यहां काफी देर तक हंगामा चलता रहा, लेकिन प्लांट संचालकों की ओर से किसी को कोई जवाब नहीं दिया गया।

कंसल प्लांट पर जमकर हंगामा

परतापुर इलाके में स्थित कंसल आॅक्सीजन प्लांट पर भी लोग घनी धूंप में भी आॅक्सीजन सिलेंडर के लिये लाइन लगाने लगे, लेकिन यहां आम लोगों को आॅक्सीजन सिलेंडर देने से मना कर दिया गया। यहां बताया गया कि जिला प्रशासन की ओर से आम आदमी को गैस सिलेंडर दिये जाने की अनुमति नहीं है।

यहां लोगों ने बताया कि वह डॉक्टर का पर्चा और अस्पताल का पर्चा साथ लेकर आये हैं उसके बावजूद उन्हें आॅक्सीजन सिलेंडर नहीं दिया जा रहा है जबकि अस्पताल संचालकों और एम्बुलेंस संचालकों को खुले आम आॅक्सीजन सिलेंडर सप्लाई किये जा रहे हैं। यहां लोगों ने आरोप लगाया कि आम आदमी को सरकार ने मरने के लिये छोड़ दिया है।

अस्पताल संचालक लोगों को खून चूस रहे हैं और जनप्रतिनिधि और सरकार आंखे बंद करके बैठी है। लोगों ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो यह देश गर्त में चला जाएगा। इस मौके पर पहुंचे साइड नोडल अफसर गैस डिप्टी कमिश्नर इंडस्ट्रीज वीके सिंह ने बताया कि आम आदमी के लिये गैस की सप्लाई बंद कर दी गई है।

गैस की कालाबाजारी रोकने के लिये यह निर्णय लिया गया है। उधर यहां लोगों ने आरोप लगाया कि जब एम्बुलेंस संचालक ही गैस की कालाबाजारी कर रहे हैं तो उन्हें क्यों नहीं रोक जा रहा है। एम्बुलेंस संचालक 500 का सिलेंडर 2500 में बेच रहे हैं। उधर, बिजौली स्थित आॅक्सीजन प्लांट का भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। वहां भी लोग सुबह से आॅक्सीजन के लिये पहुंच गये, लेकिन उन्हें आॅक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पाई।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments