- अधिकांश मकानों पर लटके ताले, किसान झोपड़ी डालकर धरने पर बैठे
- किसानों के खौफ के कारण अधिकांश मकान मालिक मकानों में रहने को तैयार नहीं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आवास-विकास परिषद के जागृति विहार एक्सटेंशन में किसान झोपड़ी डालकर धरने पर बैठे हुए हैं। किसानों का कहना है कि वो पिछले कई सालों से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं, लेकिन आज तक उनकी समस्याओं का निवारण नहीं हो पाया है। किसानो ने बताया कि उनकी कृ षि भूमि जागृति विहार एक्सटेंशन में ली गई थी, लेकिन उन्हें उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया गया।
जिसके चलते किसान कई सालों से आंदोलन करते चले आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर यहांं अधिकांश मकानों में ताले लटके हुए हैं,जिन लोगों को मकान आवंटित हुए वो किसानों के खौफ से अपने मकानों में रहने को तैयार नहीं हैं। क्योंकि किसान उनके यहां रहने और उनके मकानों में कार्य करने का विरोध करते चले आ रहे हैं।
अधिकांश मकान मालिक यहां बैठे प्रॉपटी डीलर के माध्यम से अपना मकान बेचना चाह रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई खरीदार भी नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि यहां किसानों एवं अधिकारियों का मुआवजे को लेकर के विवाद चला आ रहा है। यहां 126/5 में मकान बिकाऊ है, लिखा हुआ है,168/5 के अलावा 169/5 समेत कई अधिकांश मकानों में रहने वाला कोई नहीं है। यहां बड़ी-बड़ी घास खड़ी हुई है, मकान सुनसान पडेÞ हुए हैं।
यहां उक्त मकानों के समीप कहीं पर सड़क बनी हुई है तो कहीं पर रास्ता कच्चा है। हालांकि एक-दो मकान में मजदूर कार्य कर रहे हैं, लेकिन मकान मालिक मौजूद नहीं हैं। यहां कई प्रॉपटी डीलर उक्त मकानों को बेचने की फिराक में हैं, लेकिन खरीदार नहीं मिल रहा। कई जगह सेक्टर में दूर-दूर तक में सन्नाटा छाया हुआ है। इस बारे में आवास-विकास के एसई राजीव कुमार से सवाल किया तो उनका कहना था कि मकानों में कार्य शुरु हो चुका है।
पूर्व में किसान मकान मालिकों को यहां रहने व कार्य करने का विरोध कर रहे थे, लेकिन अब विरोध नहीं कर रहे हैं। बताया कि प्लाट पर भी शीघ्र कार्य शुरू हो जाएगा। किसानों की बाबत उन्होंने कहा कि उनका पैसा आ जाए तो किसान अपना पैसा उठा लेंगे।