- शहर के सभी थानों में बनाई गई है महिला हेल्प डेस्क
- पीड़िता महिला थाना पुलिस पर ही जता रही भरोसा
जनवाणी ब्यूरो |
मेरठ: प्रदेशभर में घरेलू हिंसा के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। घरेलू हिंसा के आए दिन बढ़ रहे मामलों के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाने के आदेश दिए। जिसके बाद जिले के सभी थानों में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए महिला हेल्प डेस्क बनाई गई और उनकी सुनवाई करने के लिए एक महिला एसआई और दो महिला कांस्टेबल की तैनाती भी कर दी गई, लेकिन इसके बावजूद महिलाओं को अब भी महिला थाना पुलिस पर ही भरोसा है। जिसके चलते दिनभर महिला थाने में फरियादियों की भीड़ लगी रहती है। वहीं थानों में बनीं महिला हेल्प डेस्क दिनभर सुनी रहती है।
घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को समय पर सुनवाई न होने के कारण सरकार ने प्रदेश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क बनवाई। यही नहीं महिला हेल्प डेस्क का सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद दिसंबर में उद्घाटन किया था। ताकि घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को समय पर न्याय मिल सकें।
यदि शहर के थानों की बात करें तो सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क चालू हो गई है, लेकिन इन महिला हेल्प डेस्क के शुरू हुए एक माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी प्रत्येक थानों में दो से तीन केस ही पहुंच सकें है। जबकि महिला थाने में प्रतिदिन पीड़ित महिलाओं की भीड़ लगी रहती है।
महिला थाने का हाल ऐसा ही सुबह 10 बजे से शाम तक पीड़ित महिलाओं का हुजूम लगा रहता है। वहीं थानों में बनी महिला हेल्प डेस्क पूरा दिन सुनी पड़ी रहती है। महिला हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिसकर्मी भी पूरा दिन इधर-उधर बैठकर अपनी ड्यूटी पूरी कर रही है।
महिला थाना पुलिस पर जता रही भरोसा
महिलाओं पर बढ़ रहे उत्पीड़न के चलते प्रदेश सरकार ने पहले परिवार परामर्श केंद्र की स्थापना की थी। ताकि महिलाओं की काउंसिलिंग कराकर उन्हें न्याय दिलाया जा सकें। जिसकी जिम्मेदारी महिला थाना पुलिस को दी गई थी, लेकिन बाद में पुलिस विभाग ने परिवार परमार्श केंद्र का कार्यालय महिला थाने से अलग बना दिया था। ताकि महिला थाने में ज्यादा भीड़ न जुटे।
इसके बावजूद महिला थाने से भीड़ कम नहीं हुई और महिला उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ते रहे। जिसके चलते अब प्रदेश सरकार ने प्रत्येक थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना कराई। ताकि उत्पीड़न शिकार अपने क्षेत्र के थाने में जाकर फरियाद लगा सकें, लेकिन इसके बावजूद महिला अभी भी महिला थाना पुलिस पर ही भरोसा जता रही है, जिसके चलते महिला थाने में दिनभर पीड़िताओं का हुजूम लगा रहता है।