- जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के तीन दिवसीय अधिवेशन में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के तीन दिवसीय अधिवेशन में पहले दिन केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री गिरीराज सिंह शामिल होने पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए जवाहर लाल नेहरू पर निशाना साधते हुए तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
रविवार को बागपत रोड स्थित मिलेनियम पब्लिक स्कूल में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन का तीन दिवसीय अधिवेशन आरंभ हुआ। कार्यक्रम में पूरे देश के 23 जिलों से संगठन के पदाधिकारी शामिल होने पहुंचे हैं। अधिवेशन में देश की बढ़ती जनसंख्या को लेकर कानून बनाने से लेकर मजबूती के साथ इसे लागू करने पर जोर दिया गया।
अलग-अलग राज्यों से कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे पदाधिकारियों ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को और धार देने की जरूरत है। अधिवेशन में कहा गया कि जिस तरह महाराणा प्रताप ने आजादी नहीं मिलने तक घास की रोटी खाने व सोने के लिए शैय्या का इस्तेमाल नहीं करने का प्रण लिया था।
उसी प्रकार सभी को इस तरह का निश्चय करना होगा कि जब तक जनसंख्या कानून लागू नहीं हो जाता सभी लोग त्याग व तपस्वी का जीवन जीते हुए इसे लागू कराने का प्रयास करते रहेंगे।
बंटवारे के समय नेहरू ने की थी तुष्टीकरण की राजनीति
अधिवेशन में शामिल होने पहुंचे केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिस समय बंटवारा हुआ था। उस समय जवाहर लाल नेहरू को चाहिए था कि वे आक्रांताओं की सारी निशानियों को मिटा देते, लेकिन नेहरू ने तुष्टीकरण की राजनीति करते हुए केवल काशी, मथुरा व अयोध्या को ही नहीं बल्कि ज्ञानवापी मस्जिद को भी विवाविद रखा।
इससे साफ होता है कि नेहरू ने कभी देश को सांप्रदायिकता एकता में पिरोने का काम नहीं किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल होने वालों में राष्टÑीय संयोजिका ममता सहगल, राष्टÑीय उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्रभारी रविंद्र गुर्जर, यूपी अध्यक्ष गजेंद्र नीलकंठ समेत अन्य राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्टÑीय कार्यकारिणी के मुख्य कार्यकर्ताओं समेत करीब 200 लोग मौजूद रहे।