Wednesday, March 22, 2023
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डीएम की काली नदी के लिए नई शुरुआत

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  • अंतरराष्ट्रीय नदी कार्यवाही दिवस के अवसर पर एक हजार कदम पैदल चले नदी प्रेमी
  • मेरठ मंडल के अन्तर्गत हिंडन को निर्मल एवं अविरल बनाये जाने के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय नदी कार्यवाही दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा के नेतृत्व में चलो चलें नदी के साथ, एक हजार कदम नदी के लिए संदेश के साथ मवाना क्षेत्र के ग्राम सैनी से पूर्वी काली नदी किनारे पदयात्रा की गई। इसका आयोजन भारतीय नदी परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नदी पुत्र रमनकांत ने किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने काली नदी पर बन रहे चेकडैम का भी निरीक्षण किया।

इस आयोजन में परिषद के पदाधिकारी और सदस्यों के साथ ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। डीएम दीपक मीणा ने इस अवसर पर अवगत कराया कि सिंचाई विभाग के माध्यम से नदी में गंगनहर का अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की योजना पर कार्य चल रहा है। जिसे आने वाले कुछ समय में अमलीजामा पहनाया जा सकेगा। गौरतलब है कि आयुक्त मेरठ मंडल सेल्वा कुमारी जे. के निर्देशन में मंडल के अन्तर्गत हिंडन को निर्मल एवं अविरल बनाये जाने के लिए किये जा रहे प्रयास के क्रम में 14 से 22 मार्च तक विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजित करने की योजना बनाई गई है।

जनपद मेरठ के अन्तर्गत हिंडन को संरक्षण किये जाने के लिए जिलाधिकारी, एवं मुख्य विकास अधिकारी की ओर से मंगलवार को इंटरनेश्नल डे आॅफ एक्शन फॉर रिवर्स के नाम से मुहिम शुरू की गई है। इसमें नदियों के लिये नदी प्रेमी एक हजार कदम चलने का कार्यक्रम रखा गया है। वहीं सरधना नगर पालिका के अन्तर्गत गोबर की समस्या से यह नदी काफी दूषित हुई है, जिसके लिए एसटीपी लगाये जाने का प्रावधान करते हुए भूमि का चिन्हांकन किया जा चुका है।

जनपद गाजियाबाद में हिंडन नदी का प्रवाह क्षेत्र 55 किमी है। इस नदी पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, नगर निगम एवं आवास विकास परिषद की ओर से कार्य किया जा रहा है। हिंडन विहार सिटी, फोरेस्ट तथा नन्दग्राम ड्रेन में उत्प्रवाहित होने वाले घरेलू सीवरेज को सीवर प्रणाली से आच्छादित करने एवं सीवरेज को एसटीपी पर शोधित करने का कार्य अमृत कार्यक्रम के अन्तर्गत किया गया है। यमुना प्रदूषण नियंत्रण इकाई की ओर से अषोधित सीवरेज की रोकथाम के लिए प्री फिजिबिलीटी रिपोर्ट लागत 4407.76 लाख की तैयारी की गई है।

हिंडन नदी के किनारे 150 एकड़ में सिटी फॉरेस्ट विकसित किया गया है। ग्राम मोरटा में अमृत वन विकसित किया जा रहा है जिसमें इस वर्ष 20 हजार पौधे रोपित किये गये हैं। प्राधिकरण की ओर से शहर को प्रदूषण मुक्त करने के लिए मियावाकी पद्धति से लगभग 80 हजार पौधे रोपित किये गये हैं। सिंचाई विभाग की ओर से हिंडन नदी में रिवर फ्रंट तैयार करने के लिए सर्वेक्षण कार्य, फलड प्लेन जोन में डिमार्केशन पिलर लगाने का कार्य एवं नदी पर करहैड़ा पुल से हिंडन बैराज रेलवे लाइन तक दोनों साइड हिंडन रिवर फ्रंट विकसित करने के लिए 150 लाख रुपये की डीपीआर तैयार की गयी है।

जनपद बागपत के अन्तर्गत हिंडन नदी ग्राम सरौरा से ग्राम गढ़ी कलंजरी तक 65 किमी तक बहती है। हिंडन की सहायक नदी कृष्णा नदी में प्रदूषित जल को कुछ हद तक प्रदूषण मुक्त करने के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिये निर्देशित किया गया है। इसके अतिरिक्त अटल भूजल योजनान्तर्गत जनपद मेरठ में 47 तालाब एवं बागपत में 33 तालाब तैयार किये जा रहे हैं, जिससे जल संचयन किया जाना है। इस बीच जनवरी माह में विभिन्न विभागों के माध्यम से हिंडन नदी पर स्वच्छता अभियान कार्यक्रम भी चलाए गए हैं।

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