- आईएमए प्रतिनिधि मंडल की लखनऊ में आज होगी मुलाकात
- शहर के डाक्टरों के साथ दो दर्जन घटनाएं जिनमें पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: न्यूटिमा के खिलाफ आमरण अनशन का एलान करने वाले विधायक अतुल प्रधान को समर्थन मिल रहा है। तमाम छात्र संगठनों ने प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों से की जाने वाले लूट के खिलाफ अतुल प्रधान के संग आने का एलान किया है। छात्र संगठनों के अलावा किसान संगठनों तथा वकीलों के संगठन भी विधायक के समर्थन में खुलकर आ गए हैं।
इलाज के नाम पर प्राइवेट नर्सिंगहोमों की लूटपाट जो आम जन त्रस्त हैं वो भी 3 दिसंबर को आमरण अनशन स्थल पर पहुंचने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि विधायक का समर्थन करेंगे।
बडेÞ किसान नेता चढूनी पहले ही सपा विधायक के समर्थन का एलान कर चुके हैं। बड़ा एलान आम आदमी पार्टी की ओर से किया गया है। आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी काफी समय पहले से ही नर्सिंगहोमों खासतोर से न्यूटिमा पर मरीजों से लूट का आरोप लगाते हुए जांच की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने न्यूटिमा की बिल्डिंग को लेकर भी मेडा से कार्रवाई की मांग की है। माना जा रहा है कि इसके चलते यह न्यूटिमा के खिलाफ 3 दिसंबर को एक बड़ा जमावडा क्लेक्ट्रेट में देखने को मिल सकता है।
न्यूटिमा का संचालक भी मिलेंगे स्वास्थ्य मंत्री से
शनिवार को न्यूटिमा संचालक भी सूबे के स्वास्थ्य मंत्री से मिलने लखनऊ जा रहे हैं। यह जानकारी सूत्रों द्वारा दी गयी है। याद रहे कि एक मरीज से इलाज के नाम पर पांच लाख का बिल और नर्सिंगहोम में बने मेडिकल स्टोर से दवाएं लेने के लिए बाध्य किया जाना तथा दवाओं के नाम के बजाए पर्चे पर केवल कोड डाल देने जैसे तमाम गंभीर मसलों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गंभीरता से लिए जाने के चलते शासन स्तर से न्यूटिमा के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
वहीं दूसरी ओर सीएम के सख्त रूख के चलते स्वास्थ्य विभाग ने भी न्यूटिमा को लेकर सख्ती दिखाई है। सीएमओ ने माना कि न्यूटिमा में बाउंसरों का रखा जाना गलत है। इससे मरीज व उनके तिमारदारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। किसी भी स्थिति में बाउंसर अस्पताल में नहीं नजर आने चाहिए। इसके अलावा मरीजों को नर्सिंगहोम के मेडिकल स्टोर से दवाएं लेने को बाध्य नहीं किया जा सकता।
स्वास्थ्य मंत्री को थमाएंगे हादसों का पुलिंदा
आईएमए के पदाधिकारी आज लखनऊ में प्रदेश के स्वास्थ्य व डिप्टी सीएम ब्रिजेश पाठक से मिलेगे। आईएमए के अध्यक्ष डा. संदीप जैन ने बताया कि शनिवार को लखनऊ में स्वास्थ्य मंत्री से मिलने का वक्त मुकर्रर हुआ है। मुलाकात तो मुख्यमंत्री योगी से भी करनी थी, लेकिन पहले से लगे कार्यक्रमों की व्यस्तता के चलते समय नहीं मिल सका। उन्होंने जानकारी दी कि पिछले काफी समय से डाक्टरों के साथ अप्रिय घटनाएं हो रही हैं। ऐसी करीब दो दर्जन घटनाएं हैं जो बेहद शर्मनाक व आपत्तिजनक थीं। इनमें डाक्टरों की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचायी गई।
इनका पूरा ब्योरा स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा जाएगा। साथ ही इनमें पुलिस की कार्यप्रणाली की भी शिकायत की जाएगी। इन में से किसी भी घटना में पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की। यह दुख का विषय है कि मेडिकल एक्ट लागू हुए करीब पांच साल बीत चुके हैं, लेकिन मेरठ जनपद की यदि बात की जाए तो पहली बार मेडिकल एक्ट की धारा का प्रयोग न्यूटिमा प्रकरण में किया गया। इससे पहले डाक्टरों के साथ जितने भी घटनाएं हुई हैं, उनमें से किसी में भी मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की धारा यूज डाक्टरों के हितार्थ पुलिस ने नहीं किया।