- बच्चे शौर्य के हत्यारोपियों को पेशी पर ले जा रही थी खेकड़ा कोतवाली पुलिस
- दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस कर्मियों पर किया फायर, एक सिपाही हुआ घायल
- पुलिस ने हत्यारोपियों को मुठभेड़ में दबोचा, दो आरोपियों के पैर में लगी गोली, अस्पताल में कराए भर्ती
जनवाणी संवाददाता |
खेकड़ा: फखरपुर के बच्चे शौर्य के हत्यारों ने पुलिस कस्टडी से भागने का प्रयास किया। खेकड़ा कोतवाली पुलिस उन्हें कोर्ट में पेशी पर ले जा रही थी। खेकड़ा सीएचसी के पास दरोगा की पिस्टल छीनकर वह गाड़ी से कूद गए और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसमें एक सिपाही गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने मुठभेड़ में हत्यारोपियों को दबोच लिया। दो आरोपियों के पैर में गोली लगी है। पुलिस कर्मी व हत्यारोपियों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फखरपुर गांव में 15 दिसंबर को सात वर्षीय कक्षा एक का छात्र शौर्य लापता हो गया था। छात्र की तलाश की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला था।
मंगलवार को पुलिस ने शौर्य का शव एक र्इंख के खेत से बरामद किया था। शौर्य की हत्या के तीन आरोपियों विनीत पुत्र इंद्रपाल, अक्षित पुत्र सुधीर व नीरज उर्फ डैनी पुत्र नानक को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने तीनों से पूछताछ के बाद शव बरामद किया था। पुलिस हत्यारोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेशी पर ले जा रही थी। खेकड़ा में काठा रोड पर सीएचसी के पास विनीत व डैनी ने दरोगा आसिफ का पिस्टल लिया और भाग गए। दोनों आरोपियों के कस्टडी से फरार होते ही पुलिस ने मुस्तैदी दिखाई और एक खेत में मुठभेड़ हुई। हत्यारोपियों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें सिपाही बबलू गोली लगने से घायल हो गया।
पुलिस ने जवाब फायरिंग की, जिसमें विनीत व डैनी को गोली लगी है। देखते ही देखते वहां भारी पुलिस बल पहुंच गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया और उनके कब्जे से छीनी गई पिस्टल भी बरामद कर ली। एसपी नीरज कुमार जादौन भी मौके पर पहुंचे और जानकारी दी। घायल पुलिस कर्मी बबलू व हत्यारोपियों को अस्पताल में भर्ती कराया। एसपी ने बताया कि पुलिस कर्मी व हत्यारोपी खतरे से बाहर है। उनसे पिस्टल भी बरामद कर ली गई है।
गोली लगने के बाद भी मुस्कुरा रहे आरोपी
इतने जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद भी आरोपियों के माथे पर शिकन नजर नहीं आई। पुलिस की पिस्टल लूटकर भागने व मुठभेड़ में घायल होने के बाद भी उपचार के दौरान आरोपियों के चेहरे पर मुस्कान थी। आरोपियों को आभास हो गया था कि अब पुलिस कुछ नहीं करेगी। पहले उन्हें मुठभेड़ में दूसरी आशंका हो गई थी। थोड़ा भी गम नजर नहीं आ रहा था।
हत्यारोपियों का भागने का प्लान फेल
हत्यारोपियों को पता था कि उन्हें न्यायालय पेश करने से पहले चिकित्सीय परीक्षण के लिए ले जाया जाएगा। सीएचसी में जाने के दौरान वह भाग सकते हैं। जैसे ही पुलिस की गाड़ी सीएचसी के पास पहुंची तो वह पिस्टल छीनकर भाग गए थे। पुलिस ने समय पर मुस्तैदी दिखाई और उनके भागने की योजना पर पानी फेर दिया। उनका यह प्लान भी फेल हो गया। जिस तरह से पुलिस ने हत्या के मामले में उनकी गर्दन दबोची है उसी तरह मुठभेड़ में उन्हें दबोचा गया है। हत्यारों को यह भनक नहीं थी कि पुलिस उन तक पहुंच जाएगी। क्योंकि हत्या करने के बाद विनीत लगातार शौर्य की तलाशी अभियान में शामिल हो रहा था। पुलिस ने सभी सुबूत एकत्र करके तीनों को दबोचा है, ताकि एक भी हत्यारोपी बाहर न रहे।