विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां हमें प्रकृति द्वारा प्रदत्त अनमोल वरदान हैं। इन्हीं फल और सब्जियों का सही मात्र में सेवन इत्यादि के बारे में यदि हमें भली भांति ज्ञात हो तो शायद हमें कभी डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता न पड़े परन्तु इस बारे में हमें अधिक जानकारी नहीं होने से हम फल और सब्जियों को अपनी नियमित दिनचर्या में उचित स्थान नहीं दे पाते हैं।
सांत्वना मिश्रा
प्रकृति के अनमोल पोषक तत्वों को हम ध्यान से देखते भी नहीं और न इनके बारे में अधिक जानने की कोशिश ही करते हैं। यदि हम इन फल और सब्जियों के गुण तथा इनकी उपयोगिता जान ले तो शायद कभी बीमार भी न पड़ें। इनमें प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, आयरन, फाइबर तथा एंटी आॅक्सीडेंट पाये जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक तत्व हैं। जिनकी कमी से हम अक्सर बीमारी की गिरफ्त में होते हैं।
डॉक्टर को रखना है दूर तो रोज खाएं एक सेब
सेब आसानी से पचने वाला फल है। इसके छिलके फाइबर से भरपूर होते हैं। इसमें पाये जाने वाला पेक्टिन आंतों में जाकर जैल का काम करता है जिससे शरीर से हानिकारक विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। सेब में पोटेशियम और फास्फोरस पाया जाता है जो किडनी के लिए फायदेमंद है। यह पेट को ठंडा रखता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक शर्करा सलाइवा का निर्माण करती है जिससे पाचन तंत्र ठीक ढंग से काम करता है। इसमें कैलोरी और कोलेस्ट्राल बहुत कम पाया जाता है।
बादाम खाएं, निरोगी काया पाएं
बादाम प्रकृति द्वारा प्रदत्त एक गुणकारी फल है। बादाम का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है तथा दिमाग को तनाव सहन करने की ताकत प्रदान करता है। यह विटामिन का बेहतरीन स्रोत है। बादाम खाने से शरीर को अनेक प्रकार के बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत प्राप्त होती है। इसके नियमित प्रयोग से आंखों की ज्योति ठीक रहती है। बादाम के प्रयोग से त्वचा में सौन्दर्य की वृद्धि होती है। तमाम सौन्दर्य उत्पादों तथा विभिन्न केश तेलों में इसका प्रयोग किया जाता है। रोगन बादाम शीरीन पीने से बच्चों की स्मरण शक्ति का विकास होता है। बादाम हमारे शरीर में बी टाइप की कोशिकाओं का सृजन करता है। यह कोशिकायें एंटी बॉडीज बनाकर नुकसान देह बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर केला
केले को पोषक तत्वों का खजाना कहा जाता है। इसमें सभी विटामिन, मिनरल, आयरन पाये जाते हैं। केले को संतुलित आहार की श्रेणी में रखा जाता है। यह पेट का अल्सर व एसिडिटी को दूर करता है। पोटेशियम की भरपूर मात्रा होने के कारण शरीर में आई चोट को ठीक करने में मदद मिलती है। केला खाने से तुरंत एनर्जी मिलती है। यौगिक क्रियाओं के बाद केला खाने की सलाह दी जाती है।
विटामिन सी से भरपूर आंवला
आंवले में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। आंवला रक्त में से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालता है। इसके नियमित सेवन से रक्त वाहिनियां लचीली बनती हैं। खून का दौरा ठीक रहता है। आंवला खाने से न ही रक्त का थक्का बन पाता है और न ही मस्तिष्क की धमनियां फटने के कगार पर पहुंचती हैं। आंवला भूख और पाचन शक्ति बढ़ाता है। इससे गहरी नींद आती हैं, दांत मजबूत होते हैं। आंवले को सुखाकर उसका चूर्ण बनाकर बाल धोने से बाल घने, काले व चमकदार बनते हैं। इसके एंटी आक्सीडेंट तत्व बीमारियों को दूर रख कर शरीर को स्वस्थ बनाते हैं।
सेहत का खजाना खुबानी
खुबानी एक पहाड़ी फल है जिसके अंदर एक गुठली होती है। यह थोड़ा मीठा खट्टा का स्वाद लिये होता है। इस फल में पोटेशियम और मैग्नीशियम के साथ-साथ आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह स्टैमिना बढ़ाने में भरपूर मदद करता है। यह विटामिन बी 17 का सबसे अच्छा स्रोत है जो कैंसर खत्म करने में सहायक माना जाता है। सूखी खुबानी में आयरन, रेशा और विटामिन ए की मात्रा ताजा खुबानी से कई गुना अधिक होती है।
मौसमी बीमारियों को दूर करने में सहायक नींबू
नींबू में विटामिन सी की मात्रा अत्यधिक पायी जाती है। नींबू एक खट्टा फल है। शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त करने में नींबू सहायक होता है। किडनी व ब्लैडर सिस्टम को ठीक करने में भी यह सहायक होता है। नींबू का रस इन?लूएंजा व मलेरिया तथा जुकाम में भी फायदा करता है। नींबू का रस बालों में लगाने से रूसी खत्म हो जाती है। बालों के लिए इसकी थोड़ी मात्रा पानी में मिलाकर लगाने से यह कंडीशनर का काम भी करता है।
लहसुन एक दवा के रूप में
लहसुन सेहत के लिए अत्यन्त लाभकारी है। गैस के लिए, जोड़ों के दर्द के लिए उच्च रक्तचाप इत्यादि में लहसुन रामबाण की तरह है। आजकल सभी तरह की चिकित्सा पद्धतियों में इसका प्रयोग हो रहा है। यह अधिक एंटी आक्सीडेंट बनाता है। लहसुन का नियमित सेवन करने से टीबी नामक रोग नहीं होता। लहसुन में प्रबल कीटाणुनाशक गुण होते हैं जिससे इ?यून सिस्टम मजबूत होकर बीमारियों का आसानी से मुकाबला कर पाता है। इसका लगातार सेवन पेट की बीमारियों और कैंसर जैसे गंभीर रोग से दूर रहने में सहयोग करता है।
पालक में हैं सेहत के गुण
हरी पत्तेदार सब्जियों में पालक का नाम सबसे ऊपर रहता है। इस पत्तेदार सब्जी में पोषक तत्व भरे पड़े हैं। पालक में मौजूद विटामिन बी दिल के लिए फायदेमंद है। पालक में विटामिन ए की मात्रा प्रचुर होती है जो आंखों के लिए फायदेमंद है। यह एन्टी आक्सीडेन्ट तो है ही इसमें आयरन और विटामिन सी की मात्रा भी पायी जाती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला मशरूम
मशरूम हमारे शरीर में श्वेत रक्त कणिकाओं को सक्रि य करता है। इसमें विटामिन बी, एंटी आक्सीडेंट तत्व, सेलेनियम, मिनरल भी पाये जाते हैं। इसलिए इसमें एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल तत्व पाये जाते हैं। मशरूम का नियमित सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

