जनवाणी संवाददाता |
बागपत: रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य कपिल चौधरी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार में किसान व मजदूर वर्ग काफी परेशान हो चुका है।
प्रदेश में महंगाई ने एक तो पहले की लोगों की कमर तोड़ रखी है और लगातार पेट्रोल व डीज के दाम बढ़ाकर सभी वर्गों पर भार डाला जा रहा है। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही मौत के बाद भी प्रदेश सरकार या प्रशासन का जांच की तरफ ध्यान नहीं है। भाजपा के नेता कोरोना बीमारी में जनता के बीच नहीं आ रहे है, क्योंकि वह तो हर समय चुनावी मोड में ही दिखाई देते है। इसके अलावा उनका कोई कार्य नहीं है।
रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य कपिल चौधरी ने बताया कि कोरोना बीमारी फैलने के बाद ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से खराब नजर आ रही है। कोरोना की पहली लहर में गांव देहात के जिस अन्नदाता ने देश की आय में सहायक रहा वहीं दूध, फल, सब्जियां, अनाज जी तोड़ मेहनत कर अपने खेत में पैदा कर प्रदेश व देश में कमी नहीं होने दी।
आज वहीं इस महामारी की चपेट में आकर बुरी तरह से पीड़ित है तथा सभी गांव में मौतों का आंकड़ा काफी ऊपर है ना ही कोई जांच हो रही न ही उनकी तरफ तक ध्यान दिया जा रहा है। किसानों व ग्रामीणों को बचाव के लिए दवाई तक नहीं दी जा रही है। गांव का किसान मजदूर भगवान भरोसे प्रदेश की सरकार ने छोड़ दिया है ना ही कोई वैक्सीनेशन की व्यवस्था है और सब कुछ बयानों में ही हो रहा है।
लोगों की जान बचाने की बजाय भारतीय जनता पार्टी की देश में प्रदेश की सरकार को अपनी छवि की चिंता ज्यादा है। महामारी से पीड़ित प्रदेश के लोगों की महंगाई ने कमर तोड़ कर रखी है। आए दिन डीजल पेट्रोल के रेट बढ़ रहे हैं। प्रत्येक जरूरत की चीजें अत्यंत महंगी हो गई हैं।
ऐसा लगता है जैसे सरकार का सारा सिस्टम फेल हो गया है। सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। कोरोना बीमारी के चलते प्रदेश में कालाबाजारी अपने चरम सीमा पर है। उन्होंने प्रदेश सरकार से अपील की है कि वह अपने छवि बचाने के चक्कर में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ न करें। वह पहले लोगों की जान को कोरोना से बचाए ओर बाद में चुनाव या अन्य कार्यों पर ध्यान दे।