जनवाणी ब्यूरो |
मेरठ: शनिवार से शारदीय नवरात्र शुरु होने जा रहे हैं,जिसकों लेकर बाजार व घरों में तैयारियां पूरी हो चुकी है। मगर हर बार की तरह इस बार भी नवरात्र महंगाई की मार से अछूता नहीं है। नवरात्र प्रारंभ होने से पहले ही नवरात्र में प्रयोग होने वाली सामग्री से लेकर फल, फूल, आलू व व्रत में खाई जानी वाली सामग्री के दाम चढ़ गए है।
जिसके चलते व्रत व पूजन का सामान खरीदने के लिए लोगों को हर बार से अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है। गत वर्षों की भांति इस वर्ष पूजन व व्रत के सामान में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। व्रत सामग्री खरीदने वाले अधिकांश लोगों का कहना है कि हम सोच रहे थे कि व्रत के समय महंगाई कुछ कम हो जाएंगी, लेकिन कोरोना की वजह से आलू, साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, आलू पापड़, समा चावल, मूंगफली का दाना, नारियल, माता की चुनरी आदि सभी महंगी हो गई है। मंगल सेन जनरल स्टोर के संचालक सचिन का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले मेवा आदि के दामों में काफी अंतर आया है।
महंगाई पर बोली महिलाएं
जागृृति विहार निवासी अर्चना का कहना है कि महंगाई लगातार बढ़ रही हैं,जिससे रसोई का बजट हर माह बिगड़ रहा है। ऐसे में सरकार को सोचना होगा कि वह खानपीन के समानों के दामों में कटौती करें। ताकि आम जनता को लाभ मिल सकें। उधर, आरती का कहना है कि इसबार नवरात्र के बाजार पर भी महंगाई का असर देखने को मिल रहा है। आलू के दाम लगातार बढ़ रहे है। वहीं पूजन सामग्री से लेकर व्रत के समान की कीमत भी बढ़ गई है।
व्रत के सामान के दाम
- समा के चावल 120 रुपये किलो
- मखाने 860 रुपये किलो
- सिंघाड़े का आटा 160 से 200 रुपये किलो
- साबूदाना 100 रुपये किलो
- आलू पापड़ 200 रुपये किलो
- कुटू आटा 100 रुपये किलो