- कैमरे फुटेज सहित की जा रहीं शिकायतें, सोशल मीडिया पर भी कई फुटेज वायरल
- सर्किल में पांच पुलिसकर्मियों पर गिर चुकी गाज
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: सीसीटीवी कैमरे (तीसरी नजर) की इजाद अतिविशिष्ट लोगों की सुरक्षा, अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए की गई थी। मगर इससे खाकी और सफेदपोशों की भ्रष्ट करतूत भी खूब उजागर हो रहीं हैं। नकेल कसवाने में सोशल मीडिया का प्रसारण सहयोग मुख्य भूमिका निभा रहा है। खरखौदा व किठौर पुलिस द्वारा ग्रामीणों संग किया गया तमंचों का खेल और किठौर में व्यापारी से सेटिंग कर पटाखे खपाने का मामला इसकी ताजा मिसालें हैं।
खास से आम हो चली तीसरी नजर भ्रष्ट खाकी धारियों पर नकेल कसती साबित हो रही है। कारण, गांव देहात में सीसीटीवी कैमरे पाइंट से बेखबर पुलिसकर्मी अंजाम की परवाह किए बगैर बेखौफ वैध-अवैध कार्रवाई करते हैं। कैमरों में कैद यही गतिविधियां सोशल मीडिया पर वायरल होकर पुलिसकर्मियों पर दंडात्मक कार्रवाई और विभागीय जांच का सबब बन रही हैं।
घटना-1
- 26 सितंबर की शाम करीब 7:30 बजे खरखौदा के खंदावली में सीसीटीवी कैमरों से बेखबर फैंटम पुलिसकर्मी संतोष और दिनेश अशोक त्यागी के घर पहुंचे और बरामदे में खड़ी बाइक के बैग में चुपके से तमंचा रख दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने अशोक के पुत्रों रोहित व अंकित को तलाशा। रोहित तो मिला नहीं पुलिसकर्मी अंकित को पकड़कर बाइक से तमंचा बरामदगी का दावा करते हुए उसे थाने ले गए। घटना से परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने घर में लगे कैमरे खंगाले तो स्थिति स्पष्ट हो गई। जिसके बाद दर्जनों ग्रामीण रात में ही आईजी नचिकेता से मिले और पूरा वाकया बताया। आईजी ने एसपी देहात कमलेश बहादुर को जांच के निर्देश दिए। जांच के आधार पर दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
घटना-2
- 27 सितंबर की शाम करीब 8:40 बजे किठौर थाने के मुख्य आरक्षी चौबे सिंह, सिपाही ओमवीर और गाड़ी चालक अनिल कुमार ने राधना निवासी फिरोज पुत्र मौ. खालिद के घर दबिश देकर घेर में खड़ी स्कूटी चोरी की बताते हुए फिरोज की मम्मी से चाबी ली। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने स्कूटी के पैरदान में तमंचा रख वीडियोग्राफी की और स्कूटी को तमंचे समेत थाने ले गए। यह पूरी घटना फिरोज के घर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। फिरोज ने मध्यस्थ के जरिए स्कूटी छुड़ाने का प्रयास किया तो पुलिसकर्मियों ने एक लाख रुपये मांगे। बहरहाल गुरुवार सुबह 50 हजार रुपये में स्कूटी छोड़ दी। फिरोज ने कैमरे की फुटेज दिखाते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से शिकायत की। फुटेज सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दी। एसएसपी ने सीओ किठौर पवन चौधरी को जांच के आदेश दिए। 29 सितंबर की देररात एसएसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।
घटना-3
- शनिवार को सीसीटीवी कैमरे की कुछ फुटेजों के साथ सोशल मीडिया पर एक और मामला वायरल हुआ। जो किठौर पुलिस और पटाखा व्यापारी वकील पुत्र शफीक मोहल्ला बड़वालियान के बीच सेटिंग-गेटिंग के बाद मामूली कार्रवाई से जुड़ा है। बताया कि 16 जून दोपहर को पुलिस ने मुस्लिम होटल के बराबर वाली गली में वकील के पटाखा गोदाम पर छापा मारा था। आई-20 कार से पहुंची पुलिस ने यहां से दो महिलाओं समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया। बताया कि इस बीच वकील और पुलिसकर्मियों में सेटिंग हो गई और पुलिस ने मात्र तीन कार्टून पटाखों की बरामदगी दिखाते हुए वकील के खिलाफ विस्फोटक सामग्री प्रतिबंध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर थाने से जमानत दे दी। खास बात ये है कि इसमें दिनदहाड़े की गई कार्रवाई को पुलिस रिकार्ड में रात में दशार्या गया। पुलिस छोटा हाथी वाहन में पटाखे ले जाकर खपा गई। सोशल मीडिया पर वायरल इस मामले में किठौर पुलिस की किरकिरी हो रही है।