Sunday, September 8, 2024
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जर्जर विद्युत पोल दे रहे हादसों को न्योता

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  • दो दिन में तीन वारदातों के बाद भी नींद में अफसर
  • खंभे ही नहीं तारों के गुच्छे बन गए हैं अब मुसीबत

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: पूरे महानगर में सैकड़ों की संख्या में बिजली के खंभे गिराऊ अवस्था में, जनपद में पीवीवीएनएल के बिजली के सैकड़ों खंभे गिराऊ अवस्था में हैं। वो कभी भी गिर कसते हैं। कुछ तो हादसों को दावत देते नजर आ रहे हैं। वैसे बीते दो दिन के भीतर बिजली के खंभे गिरने की तीन बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इन घटनाओं के बावजूद पीवीवीएनएल अफसर अभी नींद में नजर आते हैं। लगता है कि उन्हें भावनपुर के राली चौहान सरीखे हादसे का इंतजार है।

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जिसमें छह कांवड़ियों की मौत हो गयी थी। केवल खंभे ही नहीं बल्कि खंभों पर लटके तारों के गुच्छे भी मुसीबत बने हैं। वहीं, दूसरी ओर पीवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता नगर का कहना है कि जहां भी शिकायत मिलती है वहां काम कराया जाता है। पुराने खंभों को बदले जाने का क्रम चल रहा है। शीघ्र ही काम पूरा हो जाएगा। वैसे ही अंडरग्राउंड लाइन के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।

केस-1

मवाना रोड पर कसेरू बक्सर के पास हाईमास्ट लाइट का खंभा एचटी लाइन पर गिर गया। इसके चलते कसेरू बक्सर, गंगानगर बी-ब्लॉक, तिलकपुरम, पंचवटी कॉलोनी और सूर्या अस्पताल के पास की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। दोपहर डेढ़ बजे से शाम साढ़े चार बजे तक बिजली गुल रही।

केस-2

रशीद नगर में सोमवार को नगर निगम का सफाई कर्मचारी मनोज कार्य कर रहा था। इसी दौरान बिजली का खंभा गिरने से वह घायल हो गया।

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केस-3

20 मार्च 2023 को मेरठ के हापुड़ रोड स्थित जाकिर कॉलोनी पुलिस चौकी के पास सोमवार दोपहर हाइटेंशन लाइन का जर्जर विद्युत तार टूटकर एक युवक नदीम के सीने पर गिरा। हादसे में वह बुरी तरह झुलस गया। गनीमत रही कि कुछ लोगों ने जान पर खेलकर लकड़ी से तार हटाया और उसे निजी अस्पताल भिजवाया।

केस-4

15 जुलाई 2023 को हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से छह कांवड़ियों की करंट लगने से मौके पर मौत हो गई थी। वहीं, 10 से ज्यादा कांवड़िये घायल हुए थे। यह हादसा मेरठ के थाना भावनपुर क्षेत्र के राली चौहान इलाके में हुआ था। यहां हरिद्वार से जल लेकर बड़ी डीजे कांवड़ गांव में पहुंची थे। गांव में दाखिल होने से पहले हाइटेंशन लाइन बंद करने के लिए बिजली विभाग से कहा भी गया था, लेकिन हाइटेंशन लाइन चालू रही और डीजे कांवड़ हाइटेंशन लाइन से टकरा गया था।

छापे के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न

मेरठ: मेरठ और हापुड़ में कीटनाशक दवाइयों की दुकानों पर छापेमारी चल रही हैं। छापेमारी के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर फरीदाबाद से केन्द्रीय कृषि विभाग की टीम पहुंच रही हैं। प्राइवेट स्कार्पियो से ये टीम पहुंच रही है तथा कीटनाशक दवाइयों नमूने लेने के नाम पर व्यापारियों को डराया-धमकाया जा रहा है। जो व्यापारी नमूने लेने की धमकी देने के बाद डर जाता है, उससे लाखों रुपये की रिश्वत वसूल दी जाती है। ये टीम व्यापारियों के प्रतिष्ठान पर पहुंची, इसकी गतिविधियां सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई हैं।

अब ये मामला केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान के पास भी पहुंच गया है तथा उन्होंने इन छापों की जांच कराने की बात कहीं हैं। आखिर टीम में कौन हैं? ये किसके आदेश पर छापेमारी कर रहे हैं? इसकी शिकायत व्यापारियों ने की हैं। दरअसल, एक टीम स्कार्पियो में छापे मार रही है। आरटीओ से जानकारी की गई तो मालूम हुआ कि ये स्कार्पियो दौराला निवासी अंकित के नाम पर पंजीकरण हैं। जब टीम सरकारी है तो फिर स्कार्पियो प्राइवेट व्यक्ति की क्यों प्रयोग की जा रही है? इसको लेकर व्यापारियों में आक्रोश बढ़ गया है।

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व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल इस मामले को लेकर एसएसपी से मिलेगा तथा पूरे प्रकरण की शिकायत कर जांच की मांग की जाएगी। व्यापारियों का कहना है कि छापे मारने वाली टीम खुद को केन्द्रीय कृषि विभाग का होना बता रही है। फरीदाबाद में अपना मुख्य आॅफिस होना बता रही है। मेरठ और हापुड़ दोनों जनपदों में ही ये टीम पिछले तीन दिन से छापेमारी कर रही है। इस टीम के फुटेज सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गई हैं। व्यापारियों ने इसकी शिकायत भी कृषि विभाग के जिला कृषि अधिकारी अमरपाल को भी की हैं।

जिला कृषि अधिकारी का कहना है कि छापेमारी की उन्हें कोई सूचना नहीं है। उनके पास केन्द्र सरकार की टीम की कोई सूचना नहीं है। यदि जिला कृषि अधिकारी को इसकी सूचना नहीं है तो फिर छापे कौन मार रहा है? छापेमारी के इस पूरे प्रकरण से व्यापारियों में आक्रोश हैं। व्यापारियों ने अब अपने प्रतिष्ठान ही बंद कर दिये हैं। उधर, व्यापारी अनिल ने बताया कि छापेमारी को लेकर उन्होंने केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान से भी बात की, जिसकी जांच कराने की मांग की हैं, ताकि छापेमारी करने वाली टीम किस तरह से व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है, उसको लेकर कार्रवाई करने की मांग की हैं।

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