Sunday, September 8, 2024
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देर रात भोजन करना बन सकता है स्ट्रोक की वजह

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  • रात आठ बजे के बाद भोजन करना होता है खतरनाक

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: आज कल की दौड़भाग वाली जिंदगी में खानें के लिए समय नहीं निकल पाता है। इस वजह से लोग देर रात भोजन करते है जो उनकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। रात आठ बजे के बाद भोजन करने की वजह से वह ठीक से पचता नहीं है जिससे तमाम तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।

इससे न केवल शरीर के लिए जरूरी एनर्जी नहीं मिल पाती है बल्कि भोजन ठीक से नहीं पचने से पेट में गैस बनने लगती है जो दिल का दौरा पड़ने के साथ ब्रेन स्ट्रोक की भी वजह बन सकती है। डाक्टरों का कहना है सुबह का नाश्ता हैवी करना चाहिए जबकि रात का भोजन हल्का होना चाहिए जिससे वह आसानी से पच सके।

वरिष्ठ छाती रोग विशेषज्ञ डा. वीरोत्तम तोमर का कहना है समय से भोजन करना बेहद जरूरी है। खासकर रात का भोजन शाम सात बजे तक कर लेना चाहिए, जबकि रात आठ बजे के बाद भोजन करना खतरनाक होता है। डिनर पार्टी हो या शादी व जन्मदिन की पार्टियां उनमें रात आठ बजे के बाद भोजन लिया जाता है जो ठीक नहीं है। सात बजे के बाद तला हुआ व मांस आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

सुबह का नाश्ता हैवी हो सकता है लेकिन दोपहर का भोजन हल्का व शाम का भोजन उससे भी हल्का होना चाहिए। जो लोग देर रात भोजन लेते है उनमें एसईडीटी(गैस) बनने की शिकायत रहती है। इससे सांस की बीमारी होने लगती है, चिकनाई युक्त भोजन करने वालों को रात के समय ब्लडप्रेशर बढ़ने की समस्या रहती है। उनमें सुबह के समय दिल का दौरा पड़ने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। इसके साथ ही ब्रेन स्ट्रोक होने की संभावना ज्यादा रहती है। सांस के रोगियों को गैस बनने से और परेशानी होती है।

मांसाहार जानवरों का भोजन है

डा. तोमर का कहना है मांस आदि का सेवन तो बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इंसान का शरीर मांसाहार के लिए नहीं बना है, मांसाहार तो शेर, चीतों व कुत्तों जैसे जीवों के लिए है। इंसान का शरीर केवल शाकाहारी भोजन के लिए है। देर से खाना शरीर के तमाम अंगो को प्रभावित करता है इससे बचना चाहिए। मेडिकल के न्यूरो विभाग की हैड डा. दीपिका सागर का कहना है देर रात भोजन करने से शरीर का वजन बढ़ने लगता है।

इससे बचने के लिए शाम सात से आठ बजे तक भोजन कर लेना चाहिए। इंसानी शरीर का निर्माण अलग तरीके का है, पहले लोग सुबह जल्दी उठते थे और खेतों पर चले जाते थे। दोपहर का भोजन ग्यारह बजे तक वहीं पहुंच जाता था, शाम को छह-सात बजे आकर भोजन कर लेते थे। इससे भोजन आसानी से पच जाता था।

लेकिन आज समय बदल गया है, देर रात भोजन करने से पेट को उसे पचाने के लिए जो काम करना होता है उसके लिए समय नहीं मिलता। इससे खानें में मौजूद न्यूट्रिशन शरीर को नहीं मिलते। भले ही थाली में सभी जरूरी चीजों को लगाया जाता है लेकिन उनको खाने के बाद पचने का समय न मिले तो वह बेकार है। इसकी वजह से शरीर में कमजोरी आने लगती है।

विटामिन बी12 जरूरी

डा. दीपिका सागर का कहना है शरीर में मौजूद नसों के लिए विटामिन बी12 बेहद जरूरी है। इससे ही नसों को ताकत मिलती है, साथ ही यह दिमाग को भी ताकत देता है। लेकिन समय पर भोजन न करने से न्यूट्रिशियन नहीं बनते जिससे दिमाग को भी नुकसान पहुंचता है। बी12 की कमी से हाथों में झनझनाहट, पैरों में सुन्नता होना, शरीर में चीटियां चलने जैसा महसूस होना जैसी समस्याएं पैदा होने लगती है।

भूलने की बीमारी

बी12 विटामिन की कमी से इंसानों में भूलने की बीमारी पनपने लगती है। एक निश्चित आयु के बाद जब दिमाग सिकुड़ना शुरू हो जाता है तो यह आम बात है। लेकिन 35 से 45 आयु के लोगों में इस तरह की बीमारियां होना बी12 विटामिन की कमी का नतीजा है। युवाओं में इस तरह की समस्या देर रात भोजन करने से होती है। साथ ही फास्टफूड का सेवन करना भी इसके लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए कोशिश करें रात आठ बजे तक भोजन कर ले।

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