Sunday, September 8, 2024
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रोक के बाद भी सज रही अवैध साप्ताहिक पैंठ

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  • पुराने स्थान पर सड़क पर सजे फड़, लोगों की रही भारी भीड़, लगा जाम

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: नगर की सड़कें दुकानों से सजी हुई है, जबकि फुटपाथों पर पैदल राहगीरों को चलने को नहीं मिल रहा। फुटपाथों पर दुकानदारों ने अस्थाई तरीके से कब्जे कर लिए हैं। जिस लेकर नगर पालिका कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। अशोक की लाट से लेकर शहीद द्वार तक ये हालात आसानी से देखे जा सकते हैं। जिन पर दुकानदारों ने अपना सामान जमा कर रखा हुआ है। ऐसे में लोगों को खासी परेशानी हो रही है।

अतिक्रमण और जाम नगर की सबसे बड़ी समस्या है। नगर में बेतरतीब बढ़ता बाजार राहगीरों के लिए मुश्किल बनता जा रहा है। अशोक की लाट से लेकर शहीद द्वार तक लगने वाली अवैध साप्ताहिक पैंठ का हाल कुछ ऐसा ही है। सड़क पर बाजार लगने से दिन में कई बार जाम लग रहा है। जिम्मेदार विभाग के अफसर भी इन हालातों के आगे बेबस नजर आ रहे हैं।

नगर पालिका द्वारा रोक लगाने के बाद भी नगर में सड़क पर अवैध पैंठ लग रही है। रविवार को भी अशोक की लाट से लेकर शहीद द्वार तक अवैध पैंठ फिर से सजी। अवैध साप्ताहिक पैंठ में बड़ी संख्या में फड़ लगे। जिसमें लोगो की काफी भीड़ नजर आई। अवैध पैंठ को रोकने में पुलिस प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। जिससे नगर पालिका को राजस्व की हानि हो रही है। मगर प्रशासन आंखे बंद किए बैठा है।

दरअसल पहले सरधना में प्रत्येक रविवार को अशोक की लाट से लेकर शहीद द्वार तक साप्ताहिक पैंठ लगती थी। कुछ महीने पहले नगर पालिका ने पैंठ को बिनौली रोड स्थित नवनिर्मित मार्किट में सिफ्ट कर दिया था। कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया था। मगर पैंठ को शिफ्ट कर दिया गया था। अब फिर से पुरानी समस्या खड़ी होने लगी है। काफी समय से पुलिस चौकी के निकट फिर से अवैध पैंठ लगनी शुरू हो गई है।

इस बार रविवार को फिर से वहीं पुराना ढर्रा नजर आया। पुराने स्थान पर अवैध पैंठ सजाई गई। जिसमेें बड़ी संख्या में फड़ लगाए गए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अवैध पैंठ में होने वाली किसी भी घटना को जिम्मेदार कौन होगा। वहीं अवैध पैंठ लगने के कारण नगर पालिका को भी राजस्व की हानि हो रही है।

सड़क पर अवैध कब्जा

नगर के सबसे व्यस्ततम रहने वाला अशोक की लाट से लेकर शहीद द्वार तक इस रोड पर दिन भर पैर रखने के लिए लोगों को जगह नहीं मिल पाती। वजह है दुुकानदारों का सड़क पर अवैध रूप से कब्जा। दुकानदारों का कुछ सामान ही दुकान में रहता है। जबकि उससे अधिक सामान सड़कों पर फैला रखा है।

नगर के मुख्य बाजार में दुकानदारों ने अवैध पैंठ के चलते सड़क के दोनों ओर दुकान के बाहर अपने-अपने तख्त डाल रखे हैं। जिस पर दुकानों का सामान फैला रहता है। इस वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो गई है। हालत ये हो गई है कि लोगों का निकलना दुर्भर हो जाता है।

अतिक्रमण की लाइलाज बीमारी का ईओ ने कर दिखाया इलाज

फलावदा: डीएम के निर्देश के बावजूद लाइलाज बीमारी बने अवैध अतिक्रमण का नगर पंचायत के ईओ सचिन पंवार ने इलाज कर दिखाया। कस्बे में मुख्य मार्ग पर बिल्डिंग मेटिरियल डंप करके किए गए अतिक्रमण को हटवा दिया गया है। सिकुड़कर तंग हो रही सड़क अतिक्रमण हटते ही फैली फैली नजर आने लगी।

गौरतलब है कि कस्बे में मवाना-खतौली मार्ग पर बिल्डिंग मेटिरियल डंप करके काफी दिनों से अवैध अतिक्रमण किया जा रहा था। यह अतिक्रमण रसूखदारों की दबंगई के कारण नासूर बन कर रह गया था। इस संबंध में वार्ड की सभासद अनुराधा तोमर ने बोर्ड बैठक में यह मुद्दा उठाया था। इसके अलावा उन्होंने डीएम से मिलकर अतिक्रमण हटवाने की मांग की थी। मुख्य मार्ग पर रसूखदारों द्वारा किए गए

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अतिक्रमण की खबर जनवाणी ने अपने गत सात फरवरी के अंक में, कोई हटवाकर तो दिखाए सड़क पर डंप बिल्डिंग मेटिरियल शीर्षक के साथ प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर छपने के बाद निकाय के ईओ सचिन पंवार ने सभी दुकानदारों को नोटिस जारी कर दिए। उन्होंने मुख्य मार्ग पर मुद्दत से फैले अतिक्रमण को अपने मातहतों के सहयोग से हटवा दिया।

अतिक्रमण हटते ही सड़क चौड़ी नजर आने लगी। काफी दिनों बाद यह सड़क मुक्त हुई है। रसूखदारों की रसूखदारी धरी रह गई। ईओ सचिन पंवार ने कहा है कि नगर में किसी का भी अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं होगा। नियमों के पालन को लेकर किसी की रसूखदारी नहीं चलने दी जाएगी। सभी के साथ समान कार्रवाई की जाएगी।

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